10 Best Benefits of Shankhpushli in Hindi | शंखपुष्पी के बेहतरीन फ़ायदे

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जानिए आयुर्वेदिक हर्ब शंखपुष्पी के 10 बेहतरीन फायदे

Posted on Oct 01, 2021
जानिए आयुर्वेदिक हर्ब शंखपुष्पी के 10 बेहतरीन फायदे
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जानिए 10 समस्याओं में शंखपुष्पी के फ़ायदे (Shankhpushpi ke Fayde in Hindi):- 

आयुर्वेदिक में अनेक जड़ीबूटियों का उल्लेख किया गया है जिनके इस्तेमाल से हम आसानी से कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा पा सकते है। उन्ही उपयोगी जड़ीबूटियों में से एक है शंखपुष्पी का पौधा। शंखपुष्पी के बारे में बहुत कम ही लोग जानते होंगे। दरअसल, यह आयुर्वेद में बहुत महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है। इसके फूल से लेकर पत्ते और जड़ें सभी का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसका नाम शंखपुष्पी इसलिए पड़ा है, क्योंकि इसका फूल शंख के आकार का होता है। इसका इस्तेमाल इम्यून सिस्टम मजबूत करने, दिमागी विकास, जैसी अन्य कई स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है जिसे हम आगे के आर्टिकल में जानेंगे। उससे पहले विस्तार से जानते है शंखपुष्पी के बारे में -

शंखपुष्पी क्या है (What is Shankhpushpi)?

आयुर्वेद के अनुसार शंखपुष्पी एक जमीन पर फैलने वाला रोमयुक्त औषधीय पौधा है। इसका वानस्पतिक नाम कॉन्वल्वस अर्वेन्विस है तथा अंग्रेजी में इसे Morning-glory, Speed wheel or Aloe weed के नाम से जाना जाता है। इस जड़ी-बूटी का स्‍वाद कड़वा होता है और ये स्निग्‍ध (तैलीय) और पिछिल (पतला) गुण रखती है। शंखपुष्‍पी की तासीर ठंडी होती है एवं इसके इस्तेमाल से त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ को संतुलित किया जा सकता है। वात और पित्त दोष पर ये ज्‍यादा काम करती है। यह सम्पूर्ण भारतवर्ष में पथरीली भूमि में जंगली पौधे के रूप में पायी जाती हैं। इसके अंदर की छाल और लकड़ी के बीच से दूध जैसा श्वेत रस निकलता है, जिसकी महक ताजे तेल जैसी गर्म और मसालेदार होती है। फूलों के हिसाब से इनकी तीन जातियां पायी जाती है। लाल, नीला और सफेद, लेकिन सफेद फूलों वाले शंखपुष्पी के पौधे को सबसे अच्छा माना जाता है। इसे स्मृति में सुधार और एकाग्रता बढ़ाने में मददगार माना जाता है।

शंखपुष्पी के फायदे (Benefits of Shankhpushpi in Hindi):- वैसे तो शंखपुष्पी को दिमाग का टॉनिक कहा जाता है पांच उसके आलावा भी यह अन्य कई समस्याओं में लाभकारी होती है। तो आइये विस्तार से जानते है शंखपुष्पी के फायदे-

स्मरण शक्ति करे तेज (Sharpen Memor):-

कुछ लोग लम्बे समय से बीमार ग्रस्त होते जिससे उनका दिमाग कमजोर पड़ जाता है तथा कुछ लोगो का दिमाग सामान्य तौर पर कमजोर होता है जिससे किसी बात को लम्बे समय तक याद नहीं रख पाते है जैसे कुछ बच्चे रात भर खूब पढ़ाई करते है पर सुबह कुछ याद नहीं रहता है। इस परिस्थिति में शंखपुष्पी बहुत ही लाभकारी साबित होती है। 3 से 6 ग्राम शंखपुष्पी चूर्ण को सुबह शक्कर और दूध के साथ या शहद के साथ सेवन करने से स्मरण-शक्ति बढ़ती है।
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पाचन के लिए (Shankhpushpi ke fayde for Digestion):-

शंखपुष्पी पाचन को सही करता है और भूख को बढ़ाने के लिए लाभकारी होता है। शंखपुष्पी की पत्तियों में लेक्सेटिव गुण होते हैं जो शरीर में फ्लूइड को जमने से रोकता है। यह पाचन को बढ़ाता है और बोवेल मूवमेंट को सही करता है इसलिए शंखपुष्पी पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होता है। ये पेट से जुड़ी परेशानियों खासतौर पर पेचिस के इलाज में इस्‍तेमाल की जाती है।

डायबिटीज में लाभकारी (Shankhpushpi Benefits in Diabetes):-

यह डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह शरीर की सभी कोशिकाओं में नवशक्ति का संचार करती है। अगर आप मधुमेह को नियत्रंण में रखना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से शंखपुष्पी का सेवन जरूर करना चाहिए। आप 2-4 ग्राम शंखपुष्पी के चूर्ण को मक्खन या पानी के साथ सुबह शाम पीएं। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा कंट्रोल होती है और डायबिटीज से राहत मिलती है।
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अनिद्रा के लिए (Benefits of Shankhpushpi in Insomnia):-

बहुत लोग रात के समय सोने की कोशिश करते है पर नींद नहीं आती है और आधी रत निकल जाती है करवटें बदलते बदलते जिसे अनिद्रा या इंसोम्निया कहते है। इंसोम्निया को कम करने के लिए शंखपुष्पी लाभकारी होता है। यह दिमाग को रिलैक्स करता है और जिससे अच्छी नींद आती है शंखपुष्पी सीरप का दूध के साथ सेवन करने से इंसोम्निया की बीमारी ठीक हो जाती है।

मिर्गी रोग में फायदेमंद (Shankhpushpi Benefits in Epilepsy):-

मिर्गी के मरीज को अगर बार-बार दौरा पड़ता है तो शंखपुष्पी का सेवन इस तरह कराने से लाभ मिलता है। मिर्गी के मरीज को शंखपुष्पी के पूरे पौधे के रस या चूर्ण को कूठ के चूर्ण के साथ समान मात्रा में मिलाकर शहद के साथ देने से लाभ मिलता है। इससे मरीज के दिमाग को शक्ति मिलती है। हिस्टीरिया और उन्माद जैसे रोगों से मुक्ति दिलाने में भी शंखपुष्पी अचूक साबित होती है।

बवासीर एवं कब्ज से राहत (Beneficial in Piles and Constipation):- 

बवासीर एवं गैस के रोगों में शंखपुष्पी अत्यंत लाभकारी औषधि साबित होती है। इसके सेवन से आंतों के अंदर रुका हुआ (मलरूपी) विष बाहर निकलता है और कब्ज एवं बवासीर दूर होता है।

हाइपरथायराइड में फायदेमंद (Beneficial in Hyperthyroid):-

विशेषज्ञों ने अध्ययन में पाया कि इसके पौधे का रस स्‍ट्रेस की स्थितियों में थायराइड हार्मोन के उत्‍पादन को कम कर के थायराइड ग्रंथि को ठीक तरह से काम करने में मदद करता है। ये जड़ी-बूटी लिवर द्वारा उत्‍पादित कुछ एंजाइम्‍स पर तेज असर करती है जिससे हायपरथायराइड के लक्षणों में सुधार आने में मदद मिलती है।

हाई ब्लडप्रेशर से राहत दिलाये (Get Relief from High Blood Pressure):-  

शंखपुष्पी उच्च रक्तचाप या हाई ब्लडप्रेशर से राहत दिलाने में भी फायदेमंद माना जाता है। अध्ययन में पाया गया कि ये जड़ी-बूटी ब्‍लड प्रेशर बढ़ाने वाले हार्मोन जैसे कि एड्रेनलाइन और कोर्टिसोल को नियंत्रित कर स्‍ट्रेस हार्मोन के उत्‍पादन को कंट्रोल करने में असरकारी पाई गई है। जिससे रक्तचाप भी संतुलित रहता है।

बालो को घने और काले बनाये (Help to Get Black & Shine Hair):-

शंखपुष्पी को बालों के लिए भी लाभदायक माना जाता है। इसके इस्तेमाल से बालों में चमक आती है और बाल बढ़ने भी लगते हैं। बालों को बढ़ाने के लिए आप जड़ सहित पूरे शंखपुष्पी के पौधे को पहले पीस लें और सिर पर उसका लेप लगाएं। इसके आलावा विशेषज्ञों का मानना है कि शंखपुष्पी के रस को नाक में डालने से बाल जल्दी सफेद नहीं होते हैं। 
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सिरदर्द से राहत दिलाये (Relieve from Headache):-

जो लोग मानसिक कमजोरी, मानसिक कार्यभार या मानसिक तनाव के कारण तेज सिरदर्द की समस्या से पीड़ित हैं, उनके लिए शंखपुष्पी सिरप बहुत लाभकारी माना जाता है। यह मस्तिष्क को अंदुरुनी शक्ति प्रदान करती है और तंग नसों को शांत करती है, जिससे सिरदर्द की समस्या में राहत मिलती है। 

सेवन मात्रा अधिक होने से उल्टी, मितली जैसी सामान्य समस्याएं हो सकती है।  इसलिए कृपया मात्रा पर अवश्य ध्यान दें तथा सेवन से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।

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